पढ़ने में मन नहीं लगता तो क्या करे ??

     पढ़ने में मन नहीं लगता तो क्या करे ??

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पढ़ने में मन नहीं लगता तो क्या करे ये सवाल आज के हर वर्ग के विद्यार्थियों का हैं । कुछ का तो कभी मन नहीं लगा पढ़ने में मां बाप की मार से ही स्कूल गए थे और किसी तरह बस इंटर कर लिया और कुछ बहुत कोशिश करने के बाद भी कभी पास ना हो सके एग्जाम में ।
तो जरा सोचिए क्या रीजन हैं जो आपका पढ़ने में मन नहीं लगता है पढ़ोगे नहीं तो क्या करोगे । सोचा है कभी इस बात को , सोचा है अपने भविष्य को । कुछ लोगों ने तो सोचा भी हैं जब ही तो किताब ले कर बैठते हैं पढ़ते हैं लेकिन ये क्या कुछ दिमाग में नहीं आया दिमाग तो कहीं और ही घुम रहा है । कुछ स्टूडेंट्स ऐसे भी जो पढ़ते हैं और हर वो मुकाम पाते जो सब का सपना होता है कैसे कुछ स्टूडेंट्स आवल आते हैं ।
स्टूडेंट्स आज के  आर्टिकल में ऐसे पांच तरीक़े बताएंगे जिससे आपका पढ़ने में मन लगाने लगेगा अगर आप भी पढ़ना चाहते हो तो हमारे इस आर्टिकल को समझ कर पूरा पढ़े ताकि आप का भी दूसरे स्टूडेंट्स जैसे अच्छे मार्क्स आए । तो चलिए शुरू करते हैं 
 1- एक लक्ष्य बना ले
बिना लक्ष्य के पढ़ पाना मुश्किल हैं क्यों कि कोई इंसान जिसको ये नहीं पता की वो पढ़ क्यों रहा हैं तो कैसे वो पढ़ेगा ।  आपको पढ़ने में मन लगाने का सबसे अच्छा तरीका है कि सबसे पहले ये सोच ले की आप पढ़ क्यों रहे हैं , आप पढ़ कर क्या बनना चाहते हो , दोस्तों अगर आप अमीर इंसान बनना चाहते हो तो आपको पढ़ना होगा पढ़ कर ही कोई भी इंसान अच्छी से अच्छी जॉब पा सकता है जबकि ना पढ़ा लिखा इंसान सिर्फ मजदूरी कर सकता हैं तो पढ़ो क्यों कि भविष्य में आपको एक बेहतरीन जिंदगी जीना हैं ना कि गरीबी की जिंदगी । 
कुछ लोग तो सिर्फ पापा के मार के डर से स्कूल गए होगे और इंटर कर के छोड़ चुके होगे और कुछ ऐसे भी होगे जो अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ दिए होगे और कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पढ़ते हैं लेकिन आता उनको कुछ भी नहीं क्यों कि उनका पढ़ने में मन नहीं लगता तो आप सब ने सोचा हैं इस तरह के लोग सिर्फ मजदूरी और गरीबी की जिंदगी बीतते हैं उनको कोई अच्छे रुपए की जॉब नहीं मिल पाती हैं आपको ऐसा नहीं बनना अपना भविष्य ।आप इसलिए पढ़ो क्यों कि आपको अपना भविष्य अच्छा करना हैं। किसी की मजदूरी ना करो । ख़ुदअपनी दुकान नहीं बल्कि अपनी कंपनी खोलो ।
दोस्तो इस बात को हम एक उदाहरण दे कर आपको बताते हैं मान लो किसी ने आपको पहलवान से लड़ने को कहा तो आप नहीं लड़ोगे क्योंकि आपके पास कोई वज़ह नहीं हैं पर अगर वो पहलवान आपके पिता को मार रहा होगा तो आप बिना कुछ सोचे उसको मारने उससे लड़ने लगोगे क्यों कि आपके पास वजह था  तो हम पढ़ते भी इसलिए नहीं हैं क्यों कि हमारे पास कोई वजह कोई लक्ष्य नहीं हैं ।

सबसे पहले आप अपने भविष्य के बारे में सोच कर एक लक्ष्य बना ले फिर देखिए कैसे नहीं होता आपका मन पढ़ने का ।
 2-संगति अच्छी बनाएं 
दोस्तों अगर आप के दोस्त ऐसे हैं जो कभी पढ़ते नहीं हैं ,  हमेशा इधर उधर घूमते हैं और आपको भी घूमने को कहते हैं  अगर आपके दोस्त आपके किताब ले कर बैठने पर कहते हैं क्या पढ़ रहे हो चलो थोड़ा घूमते हैं , खेलते हैं या फिर ये कहते हैं पढ़ कर क्या कर लोगे ? या ये कहते हैं बहुत पढ़ लिया चलो अब मस्ती करे , खेले या आपके पढ़ने पर उनको जलन होता है या फिर आपके दोस्त आपको हमेशा गलत काम करने के लिए कहते हैं जैसे चलो घूमे , शराब पीते हैं सिगरेट लेगा या फिर हमेशा गली देते हैं तो दोस्तो आप सब से पहले ऐसे दोस्तो से दूर हो जाओ । ऐसे दोस्त आपनी जिंदगी के साथ आपकी जिंदगी और भविष्य बेकार कर देगे । दोस्तो आपको पढ़ने में मन लगाने का सबसे जरूरी तरीक़ा यही है कि आप सब से पहले ऐसे बुरे लोगो से दूर हो जाए । दोस्तों  बुरे  लोगो के साथ रहने से अच्छा है अकेले रहो ।
अगर आप ऐसे दोस्त बनते हो जाओ हमेशा पढ़ते रहते हैं तो वो आपको भले ही पढ़ने को ना कहे लेकिन आप ख़ुद उनको देख कर पढ़ने में मन लग जाएगा । अच्छे दोस्त हमेशा जब भी पढ़ रहे होगे और आप उनके पास जाओगे तो वो जरूर  कहेंगे अभी साथ बैठो पढ़ो थोड़ा पढ़ ले फिर खेलते हैं , घूमते हैं ।  पढ़ने वाले दोस्त आपको अपने साथ बैठा कर भी पढ़ाई करेगे जिससे आपको जो कुछ समझ नहीं आता वो उनसे समझ सकते हो जिससे आपका पढ़ने में इंटरेस्ट आएगा और जब आप अकेले होगा तो भी आप वो टॉपिक जरूर देखोगे की आपके दोस्त ने कैसे समझाया था तो दोस्तो सब से पहले अच्छी संगति में रहना शुरू करो फिर देखो धीरे धीरे आपका मन भी पढ़ाई में लगने लगेगा । स्टूडेंट्स अच्छे दोस्त के साथ आप ग्रुप स्टडी करने में बहुत मजा आता है और अगर आपका पढ़ने में मन नहीं लगता हैं तो दोस्तो के साथ स्टडी करे इससे आपकी पढ़ाई भी हो जाएगी और साथ में मस्ती भी ।
स्टूडेंट्स एक बात हमेशा याद रखिए बुरे दस दोस्तो से अच्छा एक पढ़कू दोस्त बेहतर हैं  ।
3- नकल
कहते हैं किसी की नकल नहीं करना चाहिए लेकिन अगर आप एक पढ़ने वाले दोस्त , स्टूडेंट्स को देख कर पढ़ते हो तो यकीन मानो आपका पढ़ने में मन लगाने लगेगा । आप देखोगे की मेरे दोस्त ने एक चैप्टर पूरा याद कर लिया है तो आपने अगर कुछ नहीं पढ़ा होगा तो आप भी पढ़ने लगोगे । दोस्तों थोड़ी नक़ल भी जरूरी है पर हमेशा ये याद रखना कि नक़ल हमेशा अच्छे इंसान की करे और कभी अपने मन में जलन जैसा विचार ना लाए । दोस्तो अगर आपके दोस्त ने एक पाठ याद कर लिया हैं तो आप दो पाठ याद करे लेकिन कभी अपने दोस्त को नीचे गिरने की कोशिश ना करे बल्कि हमेशा अपना ऊपर उठने की कोशिश करे ।
नक़ल करो उन स्टूडेंट्स की जो आवाल आते हैं , उन स्टूडेंट्स की जो हमेशा किताब ले कर पढ़ते हैं । पर कभी गलत स्टूडेंट्स की नकल मार करो । 
पढ़ने में मन लगाने का एक तरीका नकल भी हैं लेकिन उन स्टूडेंट्स की जो आवाल आते हैं।  
 4- हौसला बनाए रखे 
हम जितना भी पढ़े लेकिन अच्छे मार्क्स नहीं आते हैं , अच्छे मार्क्स ना आने की वजह से हमारा मन पढ़ने से हट जाता हैं फिर हम पढ़ना ही छोड़ देते हैं  तो स्टूडेंट्स ये गलती कभी ना करे बल्कि ये पता लगाए कि इतना पढ़ने के बाद भी आपके अच्छे मार्क्स क्यों नहीं आता इसका बहुत से रीज़न हो सकता है  ( इस से रिलेटिव आर्टिकल हम आपके लिए बनायेगे )लेकिन अच्छे मार्क्स ना आने की वजह से पढ़ना बिल्कुल ना बंद करे ल हौसला बनाए रखे और बिना मार्क्स की चिंता किए पढ़ते जाए क्यों कि मार्क्स सिर्फ रिज़ल्ट में होगा लेकिन ज्ञान तो दिमाग में रहेगा । 
हौसला हमेशा हमें पढ़ने के लिए प्रेरित करता है तो  कभी भी हमें हौसला नहीं खोना चाहिए । 
अगर आप गरीब हैं तो आपका हमेशा ये  हौसला होना चाहिए कि आपको पढ़ लिख कर बड़े से बड़ा इंसान बनना हैं । पढ़ो  क्यों कि आपको कुछ करना हैं, आमिर बनना है , डॉक्टर, वकील जैसे पेशे में जाना है ।
कोई भी इंसान बिना हौसला के किसी भी मुकाम को नहीं पा सकता हैं । हौसला हर इंसान को हर मुश्किल से मुश्किल वक्त में भी अपने लक्ष्य में जुटे रहना सीखता है तो कभी इंसान को हौसला नहीं खोना चाहिए ।
5- एकाग्रता 
शोर गुल में किसी का भी  पढ़ने में मन नहीं लग सकता हैं तो जब भी पढ़े तो  वहां पढ़े जहां शोर ना हो । पढ़ने के लिए हमेशा एकाग् हो कर पढ़े  और किसी ऐसी जगह में पढ़े जहां शोर ना हो । हमेशा बैठ कर , एकांत स्थान में पढ़े । हर स्टूडेंट्स को पढ़ने की जगह का चुनाव अच्छे से और एकाग्रता देख कर करना चाहिए । अब हम आपको समझाते हैं कि पढ़ने का उस जगह से क्या लेना हैं तो स्टूडेंट्स अगर हम किसी ऐसी जगह पर बैठे हैं जहां बहुत शोर हैं तो हम जो पढ़ रहे हैं उसको तो पढेगे पर साथ ही साथ हमारे कानों में उस शोर की आवाज़ भी जाएगी जिससे हमारा मन पढ़ाई से हट जाएगा और अगर हम ऐसी किसी जगह पर पढ़ रहे हैं जहां पर कुछ लोग बात बोल रहे हैं तो हमारा ध्यान हट कर उनकी बातों पर चला जाएगा तो हमेशा एकांत जगह पढ़ने के लिए बेस्ट हैं । मगर आपके पास कोई खुद का स्टडी रूम नहीं हैं तो आप सोचोगे अब कैसे एकांत में पढ़े तो स्टूडेंट्स पढ़ने के लिए दिमाग का  एकांत होना चाहिए क्यों कि कुछ स्टूडेंट्स तो एकांत में भी पढ़ नहीं पाते हैं वो किताब तो खोल कर बैठ जाते हैं मगर थोड़ा पढ़ने के बाद ही उनका दिमाग कुछ  ओर ही सोचने लग जाता है , किसी ओर सपने में खो जाते हैं तो दोस्तो सब से पहले अपने दिमाग से फ़ालतू बातो को निकाल दे और  अपने दिमाग में एकाग्रता लाएं । 
आपको बस ये सोच कर पढ़ना है कि आपको कुछ बनना हैं ।
देखिएगा कैसे आपका मन पढ़ने में नहीं लगता है, कैसे आपको पढ़ा हुआ याद नहीं होता हैं ?

स्टूडेंट्स आपको हमारा आर्टिकल कैसा लगा कॉमेंट बॉक्स पर जरूर बताएं । 
धन्यवाद 

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