अलिफ़ लैला की कहानियां (भाग-दो ) हैलो दोस्तों यहां अलिफ़ लैला की कहानी का भाग दूसरा हैं अगर आप आगे ओर कहानी को पढ़ना चाहते हैं तो हमारे ब्लॉग से बने रहें । हम भाग एक अपने पहले आर्टिकल पर दिखा चुके हैं । *किस्सा व्यापारी और दैत्य का* किस्सा गधे, बैल और उनके मालिक का एक बड़ा व्यापारी था जिसके गाँव में बहुत-से घर और कारखाने थे जिनमें तरह-तरह के पशु रहते थे। एक दिन वह अपने परिवार सहित कारखानों को देखने के लिए गाँव गया। उसने अपनी पशुशाला भी देखी जहाँ एक गधा और एक बैल बँधे हुए थे। उसने देखा कि वे दोनों आपस में वार्तालाप कर रहे हैं। वह व्यापारी पशु-पक्षियों की बोली समझता था। वह चुपचाप खड़ा होकर दोनों की बातें सुनने लगा। बैल ने गधे से कहा, 'तू बड़ा ही भाग्यशाली है, सदैव सुखपूर्वक रहता है। मालिक हमेशा तेरा खयाल रखता है। तेरी रोज मलाई-दलाई होती है, खाने को दोनों समय जौ और पीने के लिए साफ पानी मिलता है। इतने आदर-सत्कार के बाद भी तुझसे के...
टिप्पणियाँ